Skip to main content

Hurt

You told me you won’t hurt me, but I hurt anyway. You told me you won’t hurt me, and I hurt every day. It must be me I should blame then, for you wouldn’t hurt me, when you said you won’t. How do we know it’s not you? For I feel the pain so. But […]

small and insignificant

Small. Insignificant. That is me. Why do I say that, when it’s all so known? I feel it more today. I feel it more now. No good reason for today or now, just you feel so once in a way. No larger purposes of adding meaning to the universe, or its existence. No aspirations of […]

What are you aiming for?

If there is no supreme authority, everything is a random occurrence. Then, what does it mean to have an objective, when randomness is the ultimate influence? But, if there is indeed a supreme authority, how we live is designed before we live. Then, what does it mean to have an objective, when pleas or determination […]

नींद

क़यामत की बला है ये नींद, जब कभी मायूस गुज़रता है दिन, नहीं आती कि, “क्या कमी थी?” अौर जब खुशी के कुछ पल हो हो दिन में, पलकें मूंदने की तबियत नहीं बनती

अचानक

जब कभी किसी का बेइन्तहाँ इन्तज़ार होता है मन को, अक्सर वो पल, वो लोग आते नहीं, बस इन्तज़ार सताता है. चलो, इन्तज़ार ही छोड़ देते हैं, जो होगा अचानक, उसी का लेंगे मज़ा. तो लो छोडं दिया इन्तज़ार, अब सिर्फ कुछ अचानक होने का इन्तज़ार है.

सवाल – झिझकते से

ज़रा सी खास है तुम्हारी छोटी सी बात, क्या तुम्हें भी है हल्का सा इन्तज़ार कल का – उस simple से hi-hello और good-bye का?   मुस्कुराती हूँ बिन बात silly-silly सी क्या तुम भी गुनगुनाते हो गाने जो नहीं कुछ खास?   नब्ज़ मेरी तेज़ है तुम्हारे ख्याल से, क्या तुम्हारा भी दिल धडकता है […]

Sleepless

I turn and toss, no reason nor rhymes. This ain’t home, but then, I’ve dozed in buses. Colors, rhythms, patterns and smells, warp in and out of sense. Trippy, strippy – this is all at once. Oh, am I that girl with golden locks? Or the princess who felt a pea, twenty mattresses across? * […]

कैसे कहूँ?

कैसे कहूँ इस दिल को कि अब उन्हें न चाहे, है इक तर्फा प्यार हमारा, ये जो अब सच है?   कैसे कहूँ इस दिल को, तू इस तन को चला हर पल, पर मन को न करने दे हलचल?   कैसे कहूँ, उड़ जा तू चाहे जहाँ, पर उस एक को सोचना है तुझे […]

sirf

sirf

  सिर्फ तेरी गोद में सर रख सो जाना है बस सिर्फ तेरी गोद में सर रख, सो जाना है बालों में हाथ न फेरना, कोई बात नहीं, कोई सवाल न करना, न कोई बात छेड़ना, मुझे अकेला है रहना, पर सिर्फ तेरी गोद में सर रख सो जाना है मुझे शर्मिंदा न करना, सिसकियों […]