बरसते बादल दिन में और बरसातों वाली रात हैं सुकून के सिलसिले,
जल्द आएंगी सूखी सर्द हवाएं, फिर इक बार अाहों को बहलाने,
गर्मी की लू भी ले ही आयेंगी रंगारंग फूलों वाली गालियां जैसे होता है हर बार,
ठीक वैसे ही जैसे तुझसे जुदाई का मौसम है बरक़रार सालोसाल।
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