I don’t miss you. You are the same now in my mind as you were then. A figment of my imagination.
You are browsing archives for
Category: romance
अचानक
जब कभी किसी का बेइन्तहाँ इन्तज़ार होता है मन को, अक्सर वो पल, वो लोग आते नहीं, बस इन्तज़ार सताता है. चलो, इन्तज़ार ही छोड़ देते हैं, जो होगा अचानक, उसी का लेंगे मज़ा. तो लो छोडं दिया इन्तज़ार, अब सिर्फ कुछ अचानक होने का इन्तज़ार है.
सवाल – झिझकते से
ज़रा सी खास है तुम्हारी छोटी सी बात, क्या तुम्हें भी है हल्का सा इन्तज़ार कल का – उस simple से hi-hello और good-bye का? मुस्कुराती हूँ बिन बात silly-silly सी क्या तुम भी गुनगुनाते हो गाने जो नहीं कुछ खास? नब्ज़ मेरी तेज़ है तुम्हारे ख्याल से, क्या तुम्हारा भी दिल धडकता है […]
sirf
सिर्फ तेरी गोद में सर रख सो जाना है बस सिर्फ तेरी गोद में सर रख, सो जाना है बालों में हाथ न फेरना, कोई बात नहीं, कोई सवाल न करना, न कोई बात छेड़ना, मुझे अकेला है रहना, पर सिर्फ तेरी गोद में सर रख सो जाना है मुझे शर्मिंदा न करना, सिसकियों […]
Why me…?
She sat with her knees folded, her back straight against the wall. That tear rolling down her eye, it made her look prettier. He hated himself. Hated himself for the state of mind she was in, for that tear on her cheek, and for thinking about how pretty it made her look. “But, we’re such […]