ज़रा सी खास है तुम्हारी छोटी सी बात,
क्या तुम्हें भी है हल्का सा इन्तज़ार कल का
– उस simple से hi-hello और good-bye का?
मुस्कुराती हूँ बिन बात silly-silly सी
क्या तुम भी गुनगुनाते हो गाने जो नहीं कुछ खास?
नब्ज़ मेरी तेज़ है तुम्हारे ख्याल से,
क्या तुम्हारा भी दिल धडकता है – ज़रा सा ज़ोरो से?
जवाब मुझे मिले ना मिले, सवाल है ये,
क्या तुम्हें भी है सवाल – झिझकते से?
No Comments Yet