कैसे कहूँ इस दिल को कि अब उन्हें न चाहे,

है इक तर्फा प्यार हमारा, ये जो अब सच है?

 

कैसे कहूँ इस दिल को,
तू इस तन को चला हर पल,
पर मन को न करने दे हलचल?

 

कैसे कहूँ, उड़ जा तू चाहे जहाँ,

पर उस एक को सोचना है तुझे मना?

 

कैसे कहूँ, नज़र हो किसीपे तेरी, न करेंगे हम ऐतराज़,
पर जिसपे है नज़र उस तक न जाए तेरी आवाज़?

कैसे कहूँ?